वह लड़की रो - रोकर बेहाल थी, परंतु किसी को उस पर दया नहीं आ रहीं थी ! वह लड़की रो - रोकर बेहाल थी, परंतु किसी को उस पर दया नहीं आ रहीं थी !
इतने अपमान व तकलीफों ने रिश्तों पर से उसके यकीन को डिगा दिया था। इतने अपमान व तकलीफों ने रिश्तों पर से उसके यकीन को डिगा दिया था।
कीर्ति ने कहा, "हां। उसकी जिंदगी हमेशा युद्ध के मैदान की तरह होती है।" कीर्ति ने कहा, "हां। उसकी जिंदगी हमेशा युद्ध के मैदान की तरह होती है।"
शोचनीय विषय है ये कि क्या हमारी बेटियाँ और बहने घरों में सुरक्षित हैं? शोचनीय विषय है ये कि क्या हमारी बेटियाँ और बहने घरों में सुरक्षित हैं?
उन्होंने अन्य पीड़ितों से इन पुरुषों के साथ अपने अनुभवों के साथ आगे आने के लिए कहा है। उन्होंने अन्य पीड़ितों से इन पुरुषों के साथ अपने अनुभवों के साथ आगे आने के लिए क...
भूख मिटाने का खिलौना समझने का अपराध नहीं करना चाहिए। भूख मिटाने का खिलौना समझने का अपराध नहीं करना चाहिए।